शांति पवित्र आत्मा का उपहार है,
न तो खुशी पर, न ही मांस के दुख पर। यह एक फल है,
आत्मा की गहराई में पैदा हुआ, जैसे हीरा पैदा होता है
in
la
गहराई
of
la
पृथ्वी…
धूप या बारिश या तो नीचे।
शांति पवित्र आत्मा का उपहार है,
न तो खुशी पर, न ही मांस के दुख पर। यह एक फल है,
आत्मा की गहराई में पैदा हुआ, जैसे हीरा पैदा होता है
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गहराई
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पृथ्वी…
धूप या बारिश या तो नीचे।
अब शब्द फैलाओ!