यह पिछले खड़े रहो

स्वतंत्रता के लिए सवारी कर रहे मैलेट कबीले ...

 

हम इस पीढ़ी के साथ आजादी को मरने नहीं दे सकते।
—सेना के मेजर स्टीफन चेल्डोव्स्की, कनाडाई सैनिक; 11 फरवरी 2022

हम अंतिम घंटे के करीब आ रहे हैं …
हमारा भविष्य काफी शाब्दिक है, स्वतंत्रता या अत्याचार…
-रॉबर्ट जी., संबंधित कनाडाई (टेलीग्राम से)

काश, सब मनुष्य उस वृक्ष का फल उसके फल के आधार पर लगाते,
और उन बुराइयों के बीज और उत्पत्ति को स्वीकार करेंगे जो हम पर दबाव डालती हैं,
और आने वाले खतरों के बारे में!
हमें एक धोखेबाज और धूर्त शत्रु से निपटना है, जो,
लोगों और हाकिमों के कानों को तृप्त करना,
चिकनी-चुपड़ी बातों और मुहब्बत से उन्हें फँसाया है। 
—पीओई लेओ XIII, मानव जातिएन। 28

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